जैसलमेर नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड
- सामान्य महिला की सभापति सीट पर ब्राह्मण वर्ग की दावेदारी क्षीण, भाजपा से कोई ब्राह्मण महिला पार्षद नहीं
- सभापति हेतु भाजपा की कविता खत्री की मजबूत दावेदारी के साथ सबसे उपर नाम लेकिन राह आसान नहीं, माहेश्वरी समाज से भाजपा की गवरा देवी को नाम आया बाहर
- भाजपा से ओबीसी की महिला उम्मीदवार भी कर सकती है दावेदारी
जैसलमेर / नगरपरिषद चुनाव में मंगलवार को संपन्न हुई मतगणना में भाजपा के 22 प्रत्याशियों के विजयी होने के बाद अब भाजपा का बोर्ड बनने जा रहा है तथा इसके सभापति का चुनाव कल यानि बुधवार को होगा । हालांकि भाजपा द्वारा सभी प्रत्याशियों की गई बाड़े-बन्दी की हुई है । जीते हुवें पार्षद अभी तक अज्ञातवास से नही लौटे हैं, लेकिन कविता खत्री के भाजपा बोर्ड के सभापति बनने की प्रबल संभावना हैं । हालांकि माहेश्वरी जाति की गंवरा देवी ने भी सभापति की दावेदारी जताई हैं । भाजपा से ब्राह्मण जाति की एक भी महिला पार्षद नहीं होने से उनके लिए सभापति सीट पर दावेदारी शून्य हो गई है । वार्ड नंबर 4 किले से भाजपा की समता व्यास को सभापति हेतु प्रस्तावित करने के बाद भी, किले उपर ब्राह्णण जाति का बाहुल्य होने के बाद भी, नगर का प्रथम नागरिक होने से वंचित होना पड़ा । इस वार्ड से कांग्रेस के अरविन्द व्यास विजयी हुए ।
दूसरी ब्राह्मण महिला दुर्गा छांगाणी कांग्रेस की टिकट से वार्ड नंबर 7 में विजयी हुई है लेकिन कांग्रेस को मात्र 7 सीटें ही मिली है इसलिए उनके लिए मौका व्यर्थ गया लेकिन विकास का मौका जरूर मिला है ।
सभापति हेतु पहला नाम कविता खत्री
वार्ड नंबर — 25 पार्टी — भाजपा
आधार
कांग्रेस और निर्दलीय की कड़ी टक्क्कर के बाद जीत । सामान्य महिला सीट । भाजपा का बोर्ड । सबसे महत्वपूर्ण आधार, सरकार का साथ । बताया जाता है कि इनके पति कैलाश खत्री की ठेकेदारी का कार्य वर्तमान में झालावाड़ा जिले में चल रहा है । बताया जाता है कि इस कारोबार में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का पुत्र भी शामिल है । व्यापारिक संबंधों के कारण सरकार का पूरा सपोर्ट मिलने की उम्मीद में नगर परिषद में सभापति हेतु प्रबल दावेदारी की जा रही है ।
दूसरा नाम
सामान्य महिला की सभापति हेतु दूसरा नाम, माहेश्वरी समाज से भाजपा की गवरा देवी का भी विचाराधीन है । नगर भाजपा संगठन में समाज का काफी हस्तक्षेप है । समाज के गोपीकिशन मेहरा पूर्व में नगरपालिका अध्यक्ष रह चुके हैं । वे भी इस जोड़ तोड़ में माहिर है ।
सामान्य महिला की सभापति सीट पर ओबीसी की भी नजर
पिछली बार नगरपालिका अध्यक्ष की सीट (जो बाद में नगरपरिषद बनने के बाद सभापति की सीट हो गई ) ओबीसी की आरक्षित होने के कारण सीधे चुनाव में अशोक तंवर को मिली थी । इस बार भी ओबीसी का प्रयास रहेगा कि, भाजपा से देवकी राठौड़ और रेखा देवी, दोनों में से एक के लिए सभापति की दावेदारी की जाए ।
संघ की नजर में उपरोक्त तीनों में से कोई नहीं
संघ की चली तो वार्ड नंबर 8 से भाजपा की निर्विरोध निर्वाचित ईश्वरी भ्रााटिया सामान्य महिला की सभापति सीट पर बैठ सकती है । नतीजों से पहले चूंकि निर्विरोध चुनाव हो गया था, उसी दिन से इनके नाम की चर्चा चलाई जा रही थी । अब चूंकि भाजपा का पूर्व बहुमत आ गया है तो संघ भी इस महत्वपूर्ण सीट के लिए अपना प्रयास करेगा ।
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