समय सीमा में पूर्णता प्रमाण पत्र पेश नहीं करने पर होगी कार्यवाही
जैसलमेर / जिला कलक्टर एन.एल. मीना ने बी.ए.डी.पी. के कार्याें की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे स्वीकृत कार्याें की बकाया उपयोगिता प्रमाण पत्र शीघ्र प्रस्तुत करें वहीं जो कार्य पूर्ण हो गये है उनका पूर्णता प्रमाण पत्र जिला परिषद् में पेश कर दें। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि निर्धारित समय सीमा में पूर्णता प्रमाण-पत्र पेश नहीं करने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
जिला कलक्टर मीना ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बीएडीपी की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल, के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने विशेष रूप से पेयजल, विद्युत, वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बीएडीपी में समय सीमा में पूर्णता प्रमाण-पत्र एवं राशि का समायोजन नहीं करवाया तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही अमल मे लाई जावेगी। उन्होंने वर्ष 2010-11, 11-12 एवं 12-13 के जो कार्य अधूरे पड़े है , उन्हे शीघ्र पूरा कराने की कार्यवाही कराने के निर्देश दिए।
उन्होने कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे बीएडीपी में स्वीकृत कार्य समय सीमा में प्रारम्भ कर पूर्ण करने की कार्यवाही करें। उन्होने यह हिदायत दी कि समय सीमा में कार्य प्रारम्भ नहीं होने पर कार्य की लागत बढने पर स्वयं कार्यकारी एजेन्सी जिम्मेदार होगी जिसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होने कहा कि बीएडीपी में समय पर कार्य होने से जहां जनता को इस कार्यक्रम का समय पर लाभ मिलता है वहीं आवंटित बजट का उपयोेग भी समय पर होता है।
उन्होंने अधिषाषी अभियंता पोकरण को निर्देश दिए कि वे बीएडीपी में स्वीकृत कार्यों का मौका निरीक्षण कर ही कार्य कब तक पूर्ण करा लिए जाएंगे उसकी तिथि संबंधी तीन दिवस में पेश करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो समय सीमा आपने दी है उस समय सीमा में पूर्णता प्रमाण पत्र पेश नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाहीं अमल में लाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने बैैठक में एक-एक विभाग की बीएडीपी की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की एवं समय पर कार्य पूरा नही कराने को गम्भीरता से लिया एवं निर्देश दिए कि वे कार्य को समय पर प्रारम्भ कर पूर्ण कराए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने बैठक में विभागवार बकाया उपयोगिता प्रमाण पत्र, पूर्णता प्रमाण पत्र की जानकारी दी एवं उसे शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कार्यकारी एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो कार्य प्रगति पर हैं एवं उन पर जितनी राशि खर्च की जा चुकी उतनी राशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र किसी भी सूरत में तत्काल ही जिला परिषद में पेश करें ताकि आगामी किश्त जारी करने के लिए समय पर कार्यवाही की जा सकें। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को स्वीकृत कार्यों की तकनीकी स्वीकृति जारी कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि उन कार्यो की वितीय स्वीकृति जारी की जा सकें।
बैठक में अधीक्षण अभियंता , विद्युत जी आर सिरवी , पीडब्ल्यूडी सी.एस. कल्ला , विकास अधिकारी पंचायत समिति जैसलमेर छोगाराम विश्नोई, सम लादूराम विश्नोई , सांकडा टीकूराम विश्नोई , अधिशाषी अभियंता जलदाय कुमुंद माथुर , पुरोहित , ए.के. पंड्या , पी.डब्ल्यू.डी हरिसिंह , सहायक वन संरक्षक बृजमोहन गुप्ता , सहायक अभियंता फकीरचंद उपस्थित थे एवं उन्होंने बीएडीपी कार्यो की प्रगति के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
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