निजी अस्पताल में 110 डेंगू के मरीज, एक ही परिवार के तीन मरीज सोनार दुर्ग के
जैसलमेर / शहर मे डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोई कारगर कदम उठाने में सफल नहीं हो पा रहा है। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण गली-गली में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई। गलियों में गहरा पानी भरा हुआ है तथा गंदगी फैली हुई है। जिसके कारण डेंगू बेलगाम हो रहा है।
शहर के निजी अस्पताल माहेश्वरी हॉस्पीटल में एक माह में डेंगू के 110 मरीज सामने आ चुके हैं । ऐसे ही कई मरीज अन्य निजी चिकित्सालयों में अपना इलाज करवा रहे हैं । जब सरकारी अस्पताल में अभी तक डेंगू को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है जब कि ऐसे ही लक्षणों के रोगी अस्पताल में आ रहे हैं । माहेश्वरी हॉस्पीटल में भर्ती मरीजों में बच्चों की संख्या ज्यादा है । कुछ बच्चे तो एक ही स्कूल सेंट पॉल के ही हैं । निजी अस्पताल माहेश्वरी हॉस्पीटल में भर्ती ऋषि व्यास, ज्योति व्यास और अमित व्यास तो एक ही परिवार से है जो किले में रहता है । इसलिए विश्व प्रसिद्ध सोनार दुर्ग में डेंगू का खतरा मंडरा रहा है । जहां स्वास्थ्य विभाग की बचाव कार्यवाही जरूरी हो जाती है ।
लाख चाहकर भी स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद एडीज मच्छरों पर काबू नहीं कर पा रहे हैं। हर साल अक्टूबर पार होते-होते डेंगू फैलाने वाले मच्छर खुद ही खत्म हो जाते थे और विभाग दावा कर देते थे कि उसने डेंगू पर काबू पा लिया। लेकिन इस बार इन मच्छरों ने उनकी परेशानी को बढ़ा दिया है। सर्दी का मौसम आने के बाद भी डेंगू रोग पर नियंत्रण नहीं हैं, स्वास्थ्य महकमा बढ़ रहे डेंगू रोगियों के इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं जुटा पाया है, जिससे रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डेंगू प्रभाव वाले चिन्हित क्षेत्रों में भी विभाग की टीम स्थितियों पर नजर रखने कभी कभार ही पहुंच रही है। डेंगू रोगियों की संख्या लगातार बढ़ने से अब तक रोगियों का आंकड़ा 11 0 तक पहुंच गया है।
डेंगू की जांच चाहे कार्ड से की गई हो या फिर एजियाजा रीडर से दोनो मामलों में विभाग की ओर से स्क्रीनिंग की जाकर छिड़काव आदि करवा दिया जाता है । विभाग की टीम इस मामले में सक्रिय है और लगातार जांच की जा रही है । — डॉ0 मुरलीधर सोनी, डिप्टी सीएमएचओ, जैसलमेर
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