जैसलमेर । पॉलीथिन पशुओं की सेहत के साथ-साथ उनके दूध की पौष्टिकता को कम कर देती है। पॉलीथिन संक्रमित गायों के दूध लम्बे समय तक सेवन बच्चों के साथ वयस्कों की सेहत भी गड़बड़ाने की आशंका रहती है।
पशु चिकित्सकों के अनुसार पॉलीथिन खाने वाली गायों की पाचन शक्ति प्रभावित होने से वे ढंग से आहार नहीं ले पाती और उनके दूध की पौष्टिकता धीरे-धीरे घटती जाती है। शहरी सीमा की गायों में गांवों की गायों की तुलना में पॉलीथिन को निवाला बनाने का आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे में दूध की पौष्टिकता भी गांव की गाय में ज्यादा पाई जाती है। उन्होंने बताया कि गाय के पेट में पॉलीथिन भण्डारण से दूध में मौजूद केल्शियम, कार्बोहाइड्रेट तथा प्रोटीन की कमी हो जाती है। गाय में आफरे जैसी शिकायत होने पर उसे तुरन्त चिकित्सक को दिखाएं ताकि समय रहते उसकी बीमारी पकड़ी जा सके।
पशु चिकित्सकों के अनुसार पॉलीथिन खाने वाली गायों की पाचन शक्ति प्रभावित होने से वे ढंग से आहार नहीं ले पाती और उनके दूध की पौष्टिकता धीरे-धीरे घटती जाती है। शहरी सीमा की गायों में गांवों की गायों की तुलना में पॉलीथिन को निवाला बनाने का आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे में दूध की पौष्टिकता भी गांव की गाय में ज्यादा पाई जाती है। उन्होंने बताया कि गाय के पेट में पॉलीथिन भण्डारण से दूध में मौजूद केल्शियम, कार्बोहाइड्रेट तथा प्रोटीन की कमी हो जाती है। गाय में आफरे जैसी शिकायत होने पर उसे तुरन्त चिकित्सक को दिखाएं ताकि समय रहते उसकी बीमारी पकड़ी जा सके।
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