Saturday, 22 November 2014

वयोवृद्ध मतदाता भी अपना मताधिकार करने में पीछे नही रहे

जैसलमेर, 22 नवम्बर /  नगरपरिषद आम चुनाव-2014 के प्रति जहाॅं युवाओं में मतदान के प्रति विशेष उत्साह दिखाई दे रहा था वही वयोवृद्ध मतदाता भी मत करने से पीछे नही रहे है। नगरपरिषद क्षेत्र जैसलमेर के मतदान केन्द्र संख्या 1 पर 85 वर्षीय धनपत यादव ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति अपनी अटूट आस्था का प्रदर्शन कर युवाओं को मतदान के महत्व का संदेश दिया। वहीं वार्ड संख्या 30 पर वयोवृद्ध दाम्पत्य 85 वर्षीय गिरधारी राम भील एवं 75 वर्षीया उसकी धर्मपत्नी धापू ने भी उत्साह के साथ मतदान केन्द्र पर पहुंचकर अपना मत डाला।

इसी प्रकार वार्ड संख्या 15 में 79 वर्षीया अमका देवी ने अपने पौते भीमाराम के सहयोग से तथा 80 वर्षीया केंपू भी मतदान करने से पीछे नही रही। मतदाताओं का मतदान के प्रति वास्तव में ऐसा उत्साह दिखाई दे रहा था कि पैरों से लाचार होते हुए भी वे अपने को मत डालने से रोक नही पाए एवं अपने मत का प्रयोग किया। ऐसा नजारा वार्ड संख्या 4 में 78 वर्षीय बंशीलाल वोकर के सहारे तथा वार्ड संख्या 22 में 62 वर्षीया दयालकंवर अपने पुत्र चंद्रेश कुमार के साथ वोकर के सहारे मतदान केन्द्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान केन्द्र संख्या 9 में 76 वर्षीया विमला देवी ने अपनी पौत्रवधू नेनसी के सहारे मतदान केन्द्र पर पहुंचकर अपना मत डाला।

नेत्रहीन मतदाताओं में भी दिखाई मतदान के प्रति विशेष रूची

   
शनिवार को मतदान के दिवस नेत्रहीन मतदाताओं ने भी मतदान के प्रति विशेष रूची दिखाई। नेत्रहीन मतदाताओं ने अपने रिश्तेदारों के सहयोग से अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतान्त्रिक व्यवस्था के प्रति अपनी आस्था जताई।
   
मतदान केन्द्र संख्या 3 में नैत्रहीन 92 वर्षीया छोटू ने अपने पुत्र हासम खां के साथ व्हील चेयर पर बैठकर मतदान केन्द्र पहुंची एवं अपना मत करने से वंचित नही रही एवं यह भी संदेश दिया कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था में मतदान का कितना महत्व है। इसी प्रकार मतदान केन्द्र संख्या 1 में नैत्रहीन प्रेमी ने अपने सास मरवों देवी के सहयोग से मत डाला। मतदान केन्द्र संख्या 32 में नैत्रहीन 85 वर्षीय फूलाराम ने अपनी जीवन साथिनी 75 वर्षीया मांगी देवी के साथ अपने पुत्र कालूराम के सहयोग से तथा 75 वर्षीय नागूराम एवं उसकी पत्नी कुसुम ने पुत्रवधू भंवरी के सहयोग से मतदान कर लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति अपनी अटूट आस्था दर्शाई। मतदान केन्द्र संख्या 22 में 15 वर्षो से आंखों की रोशनी खों चुकी 51 वर्षीया  धापू देवी पत्नी आम्बाराम ने अपने पुत्र नरेन्द्र कुमार के सहारे मतदान केन्द्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।    
   

विकंलाग मतदान भी मत करने से पीछे नही रहे

   
शनिवार को मतदान के दिवस निशक्त मतदाताओं ने भी मतदान के प्रति अपनी रूचि दिखाई एवं मत का प्रयोग किया। वार्ड संख्या 1 में पैरों से विकलांग दोनो भाई आंबाराम , हनुमानाराम पुत्र आत्माराम ने भी बैशाखियों के सहारे मतदान केन्द्र पर पहुंचकर अपना मत डाला एवं संदेश दिया कि मत के लिए शारीरिक निःशक्तता बाधित नही है। इसी प्रकार मतदान केन्द्र संख्या 27 में एक पैर से विकलांग लूणाराम ने अपनी धर्मपत्नी के कंधों के सहारे वोट का प्रयोग किया। वार्ड संख्या 6 में 70 वर्षीया सूरज देवी एवं 72 वर्षीया  केंकू देवी ने भी शारीरिक निःशक्तता के बाद भी अपना मत करने से पीछे नही रही। वार्ड संख्या 22 में एक पैर से विकलांग बाबूलाल पुत्र भगवानदास खत्री ने बैसाखी के सहारे अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
   

पहली बार मतदान करने का युवाओं को मिला अवसर , दिखाया उत्साह

   
नगरपरिषद आम चुनाव 2014 के लिए जैसलमेर नगरपरिषद क्षेत्र में हुए मतदान के दिवस 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवा मतदाताओं का मतदान के प्रति उत्साह दिखाई दिया। युवा मतदाताओं ने पहली बार अपने मत का प्रयोग किया तो वे अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।
   
मतदान केन्द्र संख्या 14 पर 18 वर्षीया कुमारी मेहरूना पुत्री छोटू मोहम्मद ने पहली बार मताधिकार का प्रयोग कर अपने आप को गौरवान्वित महसूस किया। इसी प्रकार मतदान केन्द्र संख्या 22 में 18 वर्षीय फारूख पुत्र गफूर खां , 18 वर्षीय सुरेश पुत्र बिरधीचंद जाट , 19 वर्षीय सुनील शर्मा ने पहली बार मतदान कर अपने आप को धन्य समझा। मतदान केन्द्र संख्या 33 में 19 वर्षीया कंचन भाटी पुत्री मूलसिंह भाटी ने भी पहली बार मतदान किया एवं अपने आप को भाग्यशाली समझ रही थी। मतदान केन्द्र संख्या 22 में पहली बार निर्वाचन का परिचय पत्र बनने के बाद 20 वर्षीया मीना ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
                  






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