Saturday, 20 December 2014

जैसलमेर से 1000 पोस्ट कार्ड जायेंगे सीएम राजे को

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जिला अस्पताल के विरूद्ध लामबन्द हुई जैसलमेर की जनता,  सदबुद्वि यज्ञ कर जनता ने दी आहुतियां

 

जैसलमेर /  'मां तुझे सलाम' ने शनिवार को सुबह 9 बजे महात्मा गांधी की प्रतिमा को नहलाकर, उसे कपास की माला पहना कर पोस्टकार्ड अभियान चालू किया जिसमें मुख्यमंत्री के नाम लोगों ने जवाहिर चिकित्सालय में डाक्टरों के रिक्त पदों को भरने हेतु अपना दर्द लिखा । अभियान में 1000 पोस्ट कार्ड लिखे गये जो कि माननीया मुख्यमंत्री को भेजे जायेगें। उसके बाद दोपहर 12.30 पर डाक्टरो, राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री की सदबुद्वि के लिये महात्मा गांधी की प्रतिमा के आगे सदबुद्वि यज्ञ पंडित धर्मेन्द्र ओझा द्वारा करवाया गया जिसमें जैसलमेर के हरेक नागरिक ने आहति देकर इस यज्ञ को सफल बनाया ।

पूर्व नियोजित कार्यक्रम अनुसार आम जनता धरने पर बैठी । धरने पर बेठे लोगों के सामने आम जनता ने अपने दु:ख की खीज निकाली । वहां आई जनता ने पूर्ण समर्थन भी दिया उनके अनुसार हॉस्पिटल की व्यवस्था बद से बदतर रहती है ना कोई डॉक्टर सीट पर मिलता है ना ही हमें संतोषजनक प्रतिउत्तर मिलता है । आखिर महंगा इलाज बाहर जाकर कराना आम गरीब की पहुच से बाहर है ।

बाद शाम को जन आंदोलन के कुछ लोग सभी प्रतिष्ठानों में जाकर हाथ जोड़ कर सभी से निवेदन किया कि अपने - अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर जन अदोलन को सफल बनावें और इस आंदोलन को मजबूती दिलावें।

आज जैसलमेर बंद का किया आह्ववान

जवाहिर चिकित्सालय में डाक्टरों की नियुक्ति एवं डाक्टरों के दुर्वव्यवहार के चलते 'मां तुझे सलाम' ने जैसलमेर के सभी प्रतिष्ठान वालों से हाथ जोडक़र निवेदन किया है कि वो इस आंदोलन को सफल बनाने में मां तुझे सलाम का सहोग करें । और आज पूरे दिन अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर हमारा सहयोग दे।


कुछ दिन पूर्व स्थानीय सरकारी अस्पताल श्रीजवाहर चिकित्सालय में गंभीर अवस्था में प्रसूता का ईलाज नहीं किया गया । पहले तो ड्यूटी पर उपस्थिति चिकित्सक ने अपना केस न होने से टाला । फिर संबंधित चिकित्सक को बुलाया तो, छुट्टी का बहाना बनाया । हाथ—जोड़ विनति की तो, उसको सीजेरियन की सलाह दी । सीजेरियन के लिए भी परिजन मान गए लेकिन, फिर समस्या बताई कि बेहोश करने वाला डॉक्टर नहीं है । अंत में परिजन प्रसूता को गंभीर अवस्था में, एम्बूलेंस से 300 किलोमीटर का सफर तय कर जोधपुर ले गए । जहां सामान्य प्रसव से स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ । जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ है । इसी घटना ने जैसलमेर की जनता में आक्रोश पैदा किया और नवयुवकों ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर इसको जन आंदोलन बनाया । इसका नाम दिया 'मॉं तुझे सलाम' ।



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